नारदजी का अभिमान-भंग और माया का प्रभाव। Bhakti Kahani | Bhakti Stories | dharmik kahaniya
नारदजी का अभिमान-भंग और माया का प्रभाव। 〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️ एक बार नारदजी हिमालय पर तपस्या कर रहे थे। सहस्त्रों वर्ष बीत गए पर उनकी समाधि भंग न हुई। यह देखकर इन्द्र को बड़ा भय हुआ अत: इन्द्र ने कामदेव और बसंत को बुलाकर नारदजी की तपस्या भंग करने भेजा। कामदेव ने सभी कलाओं का प्रयोग कर … Read more