आल्बर्ट आइंस्टाइन स्टोरी

आल्बर्ट आइंस्टाइन स्टोरी जब आइंस्टाइन का “सापेक्षता का सिद्धांत” प्रसिद्ध हुआ, तो उन्हें अपने सिद्धांत की प्रस्तुति देने के लिए जगह-जगह आमंत्रित किया जाता था। आइंस्टाइन कार से जाते थे और हर जगह उनके साथ उनका ड्राइवर होता था। आइंस्टाइन की प्रजेंटेशन के दौरान उनका ड्राइवर आखिरी पंक्ति में बैठा करता था। एक दिन अपनी … Read more

माँ सरस्वती की पाठशाला | Hindi Kahani | Bhakti Kahani | Bhakti Stories | Moral Stories | Kahaniya –

माँ सरस्वती की पाठशाला | Hindi Kahani | Bhakti Kahani | Bhakti Stories | Moral Stories | Kahaniya – स्वर्ग के सभी देवी देवता बहुत परेशान थे कारण था उनके बच्चों का पढ़ाई में ध्यान ना देकर शैतानियां में ध्यान देना ऐसा ही कुछ आज भी स्वर्ग में बनी पाठशाला में हो रहा था चलो … Read more

श्री राम की मृत्यु कैसे हुई | Death of Lord Rama | Kahani | Hindi Stories | Hindi Kahaniyan

श्री राम की मृत्यु कैसे हुई | Death of Lord Rama | Kahani | Hindi Stories | Hindi Kahaniyan    मेरे प्यारे दोस्तों नमस्ते दोस्तों आप तो जानते ही हैं कि धर्मराज यानि यमराज धरती लोग के प्राणियों की मृत्यु का समय निकट आते ही उन्हें यमलोक ले जाते हैं यह भी सत्य है कि … Read more

सारे तीरथ बार-बार गंगा सागर एक बार जाने क्यों

सारे तीरथ बार-बार गंगा सागर एक बार जाने क्यों 〰️〰️〰️🌼🌼〰️🌼🌼🌼〰️🌼🌼〰️〰️〰️ गंगा सागर को तीर्थों का पिता कहा जाता है, कहने का तात्पर्य है कि गंगा सागर का अन्य तीर्थों की अपेक्षा अत्यधिक महत्व है। शायद यही कारण है कि जन साधारण में यह कहावत बहुत प्रचलित है कि- ”सब तीरथ बार-बार, गंगा सागर एक बार।’ … Read more

गंगाजी में धोया पाप कहाँ – कहाँ तक जाता है…?

आज का अमृत नहाये धोये क्या हुआ, जो मन का मैल न जाए। मीन सदा जल में रहें, धोए बास न जाए। अर्थ: आप कितना भी नहा धो लीजिए, लेकिन अगर मन साफ नहीं हुआ तो उसे नहाने क्या फायदा जैसे मछली हमेशा पानी में रहती है लेकिन फिर भी वह साफ नहीं होती मछली … Read more

 नवरत्न ऐसे एकत्रित हुए

 💲नवरत्न ऐसे एकत्रित हुए 💲 एक बार राजदरबार ने अपने ही एक सिपाही को आधा सेर चूना खाने की सजा सुनाई। निश्चित ही उसकी गुस्ताखी कुछ बड़ी रही होगी, क्योंकि आधा सेर चूना चाटने के बाद किसी भी मनुष्य का जीवित रहना मुश्किल होता है। खैर, सजा सुना दी गई थी और अगले रोज चूना … Read more

संगति और कुसंगती का असर…

संगति और कुसंगती का असर… एक बार एक राजा शिकार के उद्देश्य से अपने काफिले के साथ किसी जंगल से गुजर रहा था. दूर-दूर तक शिकार नजर नहीं आ रहा था, वे धीरे धीरे घनघोर जंगल में प्रवेश करते गए. अभी कुछ ही दूर गए थे की उन्हें कुछ डाकुओं के छिपने की जगह दिखाई … Read more

जब अपने अपनो के दुश्मन हो जाये तो क्या करें?

जब अपने अपनो के दुश्मन हो जाये तो क्या करें? किसी￰ बाजार में एक चिड़ीमार तीतर बेच रहा था । उसके पास एक बड़ी सी जाली वाली बक्से में बहुत सारे तीतर थे ..और एक छोटे  से बक्से में सिर्फ एक तीतर. किसी ग्राहक ने उससे पूछा तीतर कितने का है तो उसने जवाब दिया … Read more

जीभ का रस

जीभ का रस अगर इंसान अपनी जीभ पर नियंत्रण न रखे तो जीभ का रस न सिर्फ उसका तिरस्कार करवाता है बल्कि हंसी भी उड़वाता है। ☝एक बूढ़ा राहगीर थक कर कहीं टिकने का स्थान खोजने लगा। एक महिला ने उसे अपने बाड़े में ठहरने का स्थान बता दिया। बूढ़ा वहीं चैन से सो गया। … Read more

प्रभु के नाम महिमा Bhakti Kahani

प्रभु के नाम महिमा एक बार वृन्दावन के मंदिर में एक संत अक्षय तृतीया के दिन “श्री बांके बिहारी” के चरणों का दर्शन कर रहे थे। दर्शन करने के साथ साथ एक भाव भी गुनगुना रहे थे कि “श्री बिहारी जी” के चरण कमल में नयन हमारे अटके। नयन हमारे अटके नयन हमारे अटके। एक … Read more